Tuesday, July 19

स्पीक एशिया: कंपनी काम करना चाहती है तो रोक क

स्पीक एशिया के ताज़ा पॉपअप के आने के बाद कुछ पनेलिस्ट के मन मैं यह शंका पैदा हो गई है के कंपनी हमारे पैसे देगी या नहीं लेकिन पॉपअप को धयान से पढने के बाद हमें यह पता चलता है कि कंपनी पनेलिस्ट के साथ है | हिंदुस्तान के ढीले नियम और मैं न मानु की नीति से कंपनी दिए हुए समय से पीछे चल रही है | इंडियन सिस्टम कि वजह से अपने पैसे अपने लिए और पनेलिस्ट के भुगतान के लिए इस्तेमाल नहीं कर पा रही है |


मीडिया
भारतीय मीडिया को आज इतनी आज़ादी है और इतने आधिकार प्राप्त हैं की वह आम आदमी के हितों को अनदेखा करके टी.आर.पी. के लिए एक साधारण सी खबर को बड़ा चढ़ा कर सनसनीखेज तरीके से इस तरह पेश करते हैं की आम आदमी पर उसका क्या प्रभाव होगा इसको पूरे तरीके से नज़रंदाज़ कर दिया जाता है | खबर पढने या सुनने वाला व्यक्ति दिल या दिमागी तौर पर कमज़ोर भी हो सकता है और कई बार ऐसा हो भी चूका है यहाँ कई लोगों को खबर सुनने के बाद दिल का दौरा तक पड़ा हो | आज हम सभी इस बात को नज़रंदाज़ नहीं कर सकते के मीडिया को आज आम लोग फोल्लो करते हैं और उनके माध्यम से बताई गई हर बात पर लोग विश्वाश करते हैं | पर हमें आपनी ताकत के साथ साथ आपनी ज़िमेदारिओं का एहसास भी होना चहिये | मीडिया को चाहिए के हर खबर को खबर के तरीके से पेश करें |


सरकार
सरकारी विभागों की कारगुजारी भी किसी से छिपी नहीं रही है | आज हम सभी जानते हैं के खुद यह विभाग कितने पाक साफ़ हैं | पर जब बात दुसरे पर ऊँगली उठाने की आती है तो हम सबसे आगे होते हैं | सरकारी विभागों ने भी किसी भी तरह की जांच किये बिना ही स्पीक एशिया की सभी तरह की गतिविधियों पर रोक लगा दी और उसके सभी बैंक खाते सील कर दिए | सरकार की इस करवाई ने लोगों का भला कम बलके नुक्सान जयादा किया | जबके सरकार को कंपनी के पक्ष पर भी धयान देना चाहिए था और उसकी जांच जल्द से जल्द करवानी चाहिए थी, कंपनी को नोटिस भेज कर सफाई देने का मौका दिया जाना चाहिए था | जांच के बाद ही किसी तरह का फैसला लेना चाहिए था क्योंकि इसमें आम नागरिकों का हित भी समलित था| कंपनी इससे पहले सही तरीके से भुगतान कर रही थी और उसने गोवा बाज़ार मैं ही बता दिया था की स्पीक एशिया जल्द ही भारत मैं रजिस्टर हो जायगी |

हम सभी स्पीक एशियन कंपनी के साथ खड़े हैं और सरकार से अनुरोध करते हैं की सरकार जल्द से जल्द जरूरी करवाई करके कंपनी को हिंदुस्तान मैं काम करने की इज़ाज़त दें जबके कंपनी भारत मैं काम करना चाहती है और अपने पनेलिस्ट को पेमेंट करने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है |